Ι परिचय
फ्यूचर ट्रेडिंग शेयर मार्केट में निवेशकों के बिच एक बहुत ही लोकप्रिय विषय है I अगर आप स्टॉक मार्केट में जरा सी भी रूचि रखते है तो आपने इसके बारे में जरूर सुना होगा I फ्यूचर ट्रेडिंग में निवेशक किसी कम्पनी के स्टॉक, कोई वस्तु या अन्य वित्तीय साधन को भविष्य में किसी निश्चित मूल्य पर बेचने या खरीदने का अनुबंध करते है I
फ्यूचर ट्रेडिंग एक जटिल और तकनिकी प्रक्रिया मानी जाती है, लेकिन सही योजनाओ और इससे जुडी जानकारी के माध्यम से इसका लाभ उठाया जा सकता है I इस लेख में हम जानेंगे की फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है?(what is future trading in hindi) और इससे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण विषयो पर विस्तार से चर्चा करेंगे I
Ι फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है?(What Is Future Trading In Hindi)
फ्यूचर ट्रेडिंग डेरीवेटिव ट्रेडिंग का एक प्रकार है, जिसमे आप कोई वित्तीय उपकरण जैसे स्टॉक, करेंसी, कमोडिटी इत्यादि को भविष्य में तय की गयी एक निश्चित तिथि पर एक निश्चित मूल्य पर खरीदने या बेचने का अनुबंध करते है I इस अनुबंध के द्वारा विक्रेता और ग्राहक को भविष्य में चाहे उस उपकरण का मूल्य कुछ भी हो, उन्हें अनुबंधित किये हुए कीमत पर ही लेन-देन करना होता है I
फ्यूचर ट्रेडिंग का उदेश्य केवल स्टॉक या वस्तु को खरीदना और बेचना ही नहीं है I इसका एक महत्वपूर्ण कार्य हेजिंग करना भी होता है, जो की निवेशकों को मार्केट में होनेवाले बड़े नुकसानों से बचने में उनकी मदद करता है I
Ι फ्यूचर ट्रेडिंग कैसे काम करता है?
अभी हमने जाना की फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है(what is future trading in hindi) आइये अब जानते है की यह कैसे काम करता है I
फ्यूचर ट्रेडिंग में अनुबंध का मतलब एक स्टैंडर्डाइज़्ड एग्रीमेंट होता है, जो की एक्सचेंज के द्वारा निर्धारित किया जाता है I इसका अर्थ है की प्रत्येक फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट के कुछ विशिष्ट पैरामीटर होते है, जैसे की, समाप्ति तिथि, आकर और अन्य तकनिकी विवरण I आइये इसे एक उदहारण के माध्यम से समझते है:-
उदहारण:-
मान लीजिये की मोहन एक निवेशक है, जिसको अपनी एनालिसिस के आधार पर यह पता चलता है की सोने की कीमत में अगले महीने तक वृद्धि आ सकती है I मोहन इस परिस्थिति का लाभ उठाना चाहता है, जिसके लिए वह एक फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट खरीदता है I सोने की वर्तमान कीमत 50,000 रु प्रति 10 ग्राम है I
मोहन एक ब्रोकर के माध्यम से सोने के एक कॉन्ट्रैक्ट को खरीदता है, जो की 10 ग्राम सोने के लिए होता है I इसमें मोहन को कुल कीमत नहीं देनी पड़ती है बल्कि कीमत का कुछ मार्जिन देना पड़ता है I मान लेते है की मार्जिन अगर 10% है तो मोहन को कुल 5000 रुपये देने पड़ते है I इस फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट की समाप्ति की तिथि 30 दिन बाद है, और मोहन को लगता है की इतने दिनों के अंदर सोने की कीमत बढ़ जाएगी I
एग्रीमेंट के 30 दिनों बाद सोने की कीमत में वृद्धि होती है और यह 52,000 रु प्रति 10 ग्राम हो जाता है I अब ब्रोकर को अपने एग्रीमेंट के अनुसार मोहन को 50,000 रु प्रति 10 ग्राम के हिसाब से सोना देना होता है, जिससे की मोहन को 2000 रु का लाभ होता है I
और अब मान लीजिए की मोहन की एनालिसिस गलत साबित होती है और सोने की कीमत में गिरावट आ जाती है और उसका मूल्य घटकर 48,000 रु प्रति 10 ग्राम हो जाता है I इस परिस्थिति में एग्रीमेंट के अनुसार मोहन को सोना 50,000 रु प्रति 10 ग्राम से मिलता है जिससे की उसे 2000 रु का नुकसान होता है I
अब तक हम चुके है की फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है(what is future trading in hindi) और यह कैसे काम करता है? आइये अब इसके फायदे और नुकसान के बारे में जानते है I
Ι फ्यूचर ट्रेडिंग के फायदे
1. लिवरेज:-
फ्यूचर ट्रेडिंग के कुछ प्रमुख लाभों में से एक है लिवरेज, जिसका मतलब होता है की आप बहुत ही छोटी सी रकम से बहुत ही बड़े-बड़े कॉन्ट्रैक्ट खरीद सकते है I और आपका लाभ भी उसी बड़े कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर ही होगा न की आपको छोटी रकम के आधार पर I लेकिन अगर आपकी एनालिसिस गलत हुई और मार्केट आपके विरुद्ध हो गया तो यह लिवरेज आपका नुकसान भी उतना बड़ा ही कर सकता है जितना की आपका फायदा I
2. शार्ट सेलिंग
फ्यूचर ट्रेडिंग में आपको शार्ट सेलिंग की सुविधा भी प्रदान होती है, जिसका अर्थ होता है की आप न केवल बढ़ोतरी बल्कि मार्केट के गिरावट में भी लाभ कमा सकते है I जैसे की अगर आपको लगता है की किसी वित्तीय उपकरण का मूल्य भविष्य में गिर सकता है, तो आप उस उपकरण को अभी बेचकर और भविष्य में जब उसका मूल्य बढ़ जाये तब खरीदकर लाभ कमा सकते है I
3. रिस्क मैनेजमेंट
फ्यूचर ट्रेडिंग एक अच्छा रिस्क मैनेजमेंट टूल हो सकता है, खासकर उन निवेशकों के लिए जो बाजार के उतार-चढ़ाव से अपनी पोर्टफोलियो को सुरक्षित रखना चाहते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपके पास स्टॉक्स का पोर्टफोलियो है और आपको बाजार में गिरावट की चिंता है, तो आप फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स का उपयोग करके इस जोखिम को कम कर सकते हैं।
4. लिक्विडिटी
फ्यूचर ट्रेडिंग का एक मुख्य फायदा यह भी होता है की इसमें उच्च लिक्विडिटी होता है, खासकर के कुछ मुख्य स्टॉक्स में I लिक्विडिटी का मतलब होता है उस स्टॉक में ट्रेड करने वाले लोगो को संख्या जो की बहुत ज्यादा होती है I और इसका मुख्य फायदा यह होता है की आप किसी भी समय अपने कॉन्ट्रैक्ट को खरीद और बेच सकते है I
Ι फ्यूचर ट्रेडिंग के कुछ मुख्य जोखिम
1. लिवरेज का विपरीत प्रभाव
जैसा की हमने जाना की लिवरेज एक बहुत ही फायदेमंद चीज़ है लेकिन यह फायदेमंद होने के साथ-साथ उतना ही नुकसानदायक भी है I अगर मार्केट आपकी अपेक्षा के अनुसार नहीं चलता है तो, लिवरेज के चलते आपका बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है I यहाँ तक की आपकी पूंजी भी खतरे में आ सकती है I इसलिए हमें लीवरेज का बहुत ही अच्छे से इस्तेमाल करना चाहिए I
2. मार्जिन कॉल्स
फ्यूचर ट्रेडिंग में, अगर आपकी स्थिति आपके खिलाफ जाती है, तो आपको अपने ब्रोकर को अतिरिक्त मार्जिन जमा करना पड़ सकता है, जिसे मार्जिन कॉल कहा जाता है। अगर आप मार्जिन कॉल पूरा नहीं कर पाते, तो आपकी स्थिति को मजबूरी में बंद किया जा सकता है।
3. समय की सीमा
फ्यूचर ट्रेडिंग में निवेशक को समय की सीमा का ख्याल रखना होता है और उसके अनुसार ही कॉन्ट्रैक्ट खरीदना होता है I क्योंकि जैसा की हमें पता है की फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स के समाप्ति की एक निश्चित तिथि होती है I अगर बाजार उस समय तक आपके पक्ष में नहीं होता है तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है I
4. वोलैटिलिटी
फ्यूचर ट्रेडिंग में ऑप्शन ट्रेडिंग की ही तरह वोलैटिलिटी बहुत ज्यादा होती है I जिसके कारण मार्केट में बदलाव आते रहते है I अचानक हुए बाजार में बदलाव आपके अनुमान को गलत साबित कर सकते हैं और इससे नुकसान हो सकता है।
इस लेख में अब तक हमने जाना की फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है?(what is future trading in hindi) यह कैसे काम करता है और भी बहुत कुछ I चलिए अब जानते है की हम इसकी शुरुआत कैसे कर सकते है I
Ι फ्यूचर ट्रेडिंग कैसे शुरू करे?
1. शिक्षा और शोध
किसी भी चीज़ की शुरुआत के लिए जो सबसे पहले जरुरी होता है वो है शिक्षा और उसके बारे में जानकारी I फ्यूचर ट्रेडिंग के लिए भी यह नियम लागु होता है I आपको इसकी शुरुआत से पहले इसकी बारीकियों को अच्छे से समझना चाहिए और इसकी महत्वपूर्ण जानकारियां इकठी करनी चाहिए I इसके लिए आप विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर सकते है I
2. ब्रोकर का चयन
फ्यूचर ट्रेडिंग के लिए एक अच्छे और विश्वसनीय ब्रोकर का चयन करें, जो आपको उचित मार्जिन और शुल्क प्रदान करे। ब्रोकर के प्लेटफार्म और उसकी सेवा की गुणवत्ता पर भी ध्यान दें।
3. डेमो अकाउंट
कई ब्रोकर डेमो अकाउंट्स प्रदान करते हैं, जिनका उपयोग आप बिना पैसे के फ्यूचर ट्रेडिंग के अभ्यास के लिए कर सकते हैं। यह आपको वास्तविक पैसे का जोखिम उठाए बिना रणनीतियों को आजमाने का मौका देता है।
4. रणनीति का विकास
अपनी ट्रेडिंग के लिए एक मजबूत रणनीति बनाएं। इसमें तकनीकी और मौलिक विश्लेषण, रिस्क मैनेजमेंट, और पोजिशन साइजिंग शामिल होना चाहिए। रणनीति शेयर मार्केट का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा होती है, जिसके बिना एक ट्रेडर बाजार की परस्थितिओ को समझ नहीं पता है और वह अपने नुकसान की ओर बढ़ता चला जाता है I
5. मार्केट ट्रेंड्स पर नजर रखें
फ्यूचर ट्रेडिंग में सफल होने के लिए आपको बाजार के ट्रेंड्स और समाचारों पर लगातार नजर रखनी होगी। बाजार में बदलाव तेजी से हो सकते हैं, और समय पर सही निर्णय लेना बहुत जरूरी होता है।
Ι निष्कर्ष
इस महत्वपूर्ण लेख में हमने जाना की फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है?(what is future trading in hindi) फ्यूचर ट्रेडिंग एक बहुत ही आकर्षक और लाभकारी अवसर हो सकता है लेकिन इसके साथ ही इससे जुड़े जोखिमों को समझना और सावधानीपूर्वक कदम उठाना बेहद जरुरी है I इसके लिए आपको अनुशासन, मजबूत रणनीति और बाजार की समझ होनी चाहिए I सही शिक्षा और अनुभव के साथ आप फ्यूचर ट्रेडिंग में सफल हो सकते है और बहुत ही अच्छा पैसा कमा सकते है I
याद रखें, फ्यूचर ट्रेडिंग में सफलता रातोंरात नहीं मिलती। यह समय, धैर्य और निरंतर सीखने की प्रक्रिया की मांग करता है। यदि आप इस यात्रा में सावधानीपूर्वक और रणनीतिक रूप से आगे बढ़ते हैं, तो आप भविष्य में एक सफल ट्रेडर बन सकते हैं।
मै उम्मीद करता हु की ऊपर दी गयी जानकारी से आपको ये जानने में सहायता मिली होगी की फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है?(what is future trading in hindi) इसी प्रकार की शेयर मार्केट और ट्रेडिंग से जुडी हुई जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे ब्लॉग wealthpre को सब्सक्राइब करे I