सेबी क्या है? परिभाषा, कार्य – SEBI Kya Hai In Hindi

निवेशकों के हितों को सुरक्षित रखने और बाजारों को सही ढंग से नियंत्रित करने के लिए एक निष्पक्ष और मजबूत संस्था की जरुरत होती है I भारत के लिए यह महत्वपूर्ण कार्य SEBI नामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (securities and Exchange Board of India) के द्वारा किया जाता है I इस महत्वपूर्ण लेख में हम इसी के ऊपर चर्चा करेंगे I इस लेख में हम जानेंगे की SEBI Kya Hai In Hindi (What Is SEBI In Hindi), यह कैसे काम करता है और इसके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे I

SEBI Kya Hai In Hindi
SEBI Kya Hai In Hindi

Ι सेबी क्या है? (SEBI Kya Hai In Hindi)

SEBI जिसका पूरा मतलब होता है “Securities And Exchange board Of India ” एक संस्था है I जिसका मुख्य कार्य भारतीय शेयर मार्केटऔर वित्तीय बाजार को नियंत्रित करना है I आज के दौर में दुनिया में तेजी से उभर रही अर्थव्यस्थाओं में से एक भारतीय अर्थव्यस्था भी है I बीते कुछ दशकों में भारतीय अर्थव्यवस्था में बहुत ही अच्छा निखार आया है I इसका सबसे मुख्य कारण है भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों और अन्य व्यापारियों का विश्वास बढ़ना, जिसके चलते वे भारत की अर्थव्यवस्था में निवेश करते है, जिससे की भारतीय अर्थव्यवस्था को गति मिलती है I

सेबी की स्थापना 1988 में हुई थी, लेकिन इसे भारतीय संसद द्वारा एक संवैधानिक निकाय का दर्जा 1992 में प्राप्त हुआ I SEBI का मुख्य उदेश्य निवेशकों की सुरक्षा, बाजार की पारदर्शिता और निष्पक्षता को बनाये रखना, और शेयर बाजार के अत्यधिक विकास को प्रोत्साहित करना है I

SEBI का कार्यक्षेत्र व्यापक है, जिसमें शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड्स, ब्रोकर, इनसाइडर ट्रेडिंग और वित्तीय धोखाधड़ी पर नियंत्रण शामिल है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी प्रतिभागी, चाहे वे निवेशक हों या कंपनियां, वित्तीय नियमों और विनियमों का पालन करें। SEBI निवेशकों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए सख्त कदम उठाता है और बाजार में अनुशासन बनाए रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करता है।

अभी हमने जाना की SEBI Kya Hai In Hindi ? चलिए अब इसके मुख्य कार्यो के बारे में जानते है I

Ι सेबी के मुख्य कार्य और जिम्मेदारियाँ (Main functions and responsibilities of SEBI In Hindi)

सेबी शेयर बाजार की नियंत्रित में बहुत ही अहम भूमिका निभाता है I इसके प्रमुख कार्य कुछ इस प्रकार है –

1. शेयर बाजार का नियंत्रण:

सेबी का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण काम है है, शेयर बाजार को नियंत्रित करना और उसे नियमित करना I सेबी भारत के कई मुख्य एक्सचेंजो, जैसे की नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को नियंत्रित करता है I इसका मुख्य काम यह सुनिश्चित करना है की, भारतीय शेयर बाजार में उपस्थित सभी कंपनियां और ब्रोकर बाजार के कानूनों का पालन करे I

2. धोखाधड़ी की गतिविधियों पर नियंत्रण:

समय के साथ बाजार में अनेक प्रकार के अनुचित व्यापारी, जो की गलत तरीके से कार्य करते है, और जिससे आम निवेशकों को समस्या उठानी पड़ती है, वैसे व्यापरी भी बाजार में मौजूद रहते है I सेबी इस प्रकार की धोखाधड़ी और अनुचित व्यापारियों को रोकने के लिए बहुत ही सख्त कदम उठाता है I जो भी कंपनी या ब्रोकर SEBI के नियमो का पालन नहीं करते है उनके खिलाफ सेबी के द्वारा क़ानूनी कार्रवाई होती है और जुर्माना लगता है I

3. म्यूचुअल फण्ड और पोर्टफोलियो सेवाओं की देख-रेख:

जैसा की आपने देखा ही होगा की आजकल भारत में म्यूचुअल फंड्स बहुत ही तेज गति से प्रचलित हो रहे है I बहुत सारे निवेशक इसमें अपना पैसा लगाते है I इसमें निवेशक अपने पैसे को विभिन्न प्रकार की सम्पतियों में निवेश करते है, जो की इसका मुख्य फायदा है I SEBI म्यूचुअल फंड्स को नियंत्रित करता है और यह सुनिश्चित करता है की म्यूचुअल फंड्स सभी निवेशकों के लिए धन का सही से प्रबंधन करे और ये काम पूरी पारदर्शिता के साथ हो I

4. इनसाइडर ट्रेडिंग पर नियंत्रण:

इनसाइडर ट्रेडिंग एक ऐसी गतिविधि है जिसमें किसी व्यक्ति या समूह को अंदरूनी जानकारी के आधार पर शेयर खरीदने या बेचने का लाभ होता है। SEBI इनसाइडर ट्रेडिंग पर कड़ी निगरानी रखता है और इसे रोकने के लिए सख्त कानून लागू करता है। इसके तहत, SEBI ऐसी कंपनियों या व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करता है जो इनसाइडर ट्रेडिंग में संलिप्त पाए जाते हैं।

Ι SEBI के निर्माण के मुख्य उदेश्य

SEBI Kya Hai In Hindi
SEBI Kya Hai In Hindi

अभी हमने जाना कि (sebi kya hai in hindi) और यह भारतीय शेयर बाजार के लिए कितना महत्वपूर्ण है ये तो हम जान ही चुके है I चलिए अब जानते है की सेबी के निर्माण का उदेश्य क्या था?

  • निवेशकों की सुरक्षा:

सेबी के निर्माण का मुख्य और सबसे पहला उदेश्य है, निवेशकों के हितों की रक्षा करना I सेबी की यह प्राथमिकता होती है की          वह यह सुनिश्चित करे की , जब भी कोई निवेशक किसी भी वित्तीय उत्पाद में निवेश करे तो, वह किसी भी अनुचित गतिविधियों       और धोखाधड़ी का शिकार न हो I

  • बाजार के विकास को प्रोत्साहित करना

सेबी का दूसरा महत्वपूर्ण उद्देश्य है शेयर बाजार के विकास पर ध्यान देना और इसे प्रोत्साहित करना I इसके चलते सेबी बहुत          सरे नए उत्पादों को बढ़ावा देता है और उन्हें अच्छे ढंग से लागु करने के लिए नियम तैयार करता है I

  • बाजार की पारदर्शिता और निष्पक्षता का ध्यान

सेबी का मुख्य उद्देश्य ये भी है की, उसे बाजार की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर ध्यान देना होता है I उसे इस बात का ध्यान             रखना होता है की शेयर बाजार पूर्ण रूप से पारदर्शी और निष्पक्ष हो I इसका तात्पर्य है की कोई भी अनुचित तरीके से बाजार           का फायदा न उठा सके और सभी लोगो को सामान अवसर प्राप्त हो I

Ι SEBI के नियंत्रक(Controller Of SEBI In Hindi)

सेबी एक सेल्फ-ग्रोइंग संस्था है, जिसे एक चेयरमैन और अन्य कर्मचारियों द्वारा नियंत्रित किया जाता है I जैसा की हमें पता है की सेबी भारत की अर्थव्यवस्था का एक बहुत ही अहम भाग है I इसलिए इसके नियंत्रण के लिए सरकार और वित्तीय क्षेत्र के लोग भी शामिल होते है I इसमें मुख्यतः तीन श्रेणियों के सदस्य होते है I

  • भारत सरकार के प्रतिनिधि:  केंद्र सरकार के द्वारा नियुक्त किया हुआ सदस्य I
  • भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि:  भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा भेजा गया सदस्य I
  • अन्य पेशेवर और विशेषज्ञ:  ऐसे विशेषज्ञ जो की कानून और वित्तीय में विशेषता रखते है I

Ι सेबी के अधिकार में कौन-कौन से बाजार आते है? (Markets under the control of SEBI In Hindi)

सेबी हमारे भारत की अधिकतर वित्तीय बाजारों को नियंत्रित करता है, जो की इसके नियमो के अनुसार चलते है I सेबी का क्षेत्राधिकार भारत के विभिन्न प्रकार के वित्तीय क्षेत्रो में है I इनमे से कुछ प्रमुख बाजार निम्नलिखित है:

1. शेयर बाजार:  

शेयर बाजार सेबी के द्वारा नियंत्रित किया जाने वाला सबसे बड़ा बाजार है I जिसमे शेयर्स की खरीद-बिक्री की जाती है I सेबी इसकी देख-रेख करती है और उसका मुख्य उद्देश्य यह होता है की इसमें होने वाले सभी लेन-देन सुरक्षित और पारदर्शी हो I

2. म्यूचुअल फंड्स:

सेबी म्यूचुअल फंड्स के बाजार की देख-रेख और नियंत्रण रखती है I वह ये सुनिश्चित करती है की म्यूचुअल फण्ड में निवेशकों से किसी प्रकार का अनुचित व्यवहार और कार्य न हो I

3. डेरीवेटिव बाजार:

सेबी के द्वारा डेरीवेटिव बाजार पर भी नजर रखी जाती है I डेरिवेटिव बाजार का मतलब होता है ऐसे बाजार जो भविष्य की किसी तारीख पर मूल्य निर्धारित करने के लिए उपयोग किये जाते है I

4. डेब्ट मार्केट:

डेब्ट मार्केट पर भी निगरानी सेबी के द्वारा रखी जाती है I डेब्ट मार्केट ऐसे बाजार होते है जहां पर बांड और डिबेंचर जैसे ऋण साधनो की खरीद-बिक्री की जाती है I

Ι निष्कर्ष (Conclusion Of Sebi Kya Hai In Hindi)

इस लेख में हमने जाना की Sebi Kya Hai In Hindi?(what is sebi in hindi) और इसके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की I हमने जाना की SEBI (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया) भारतीय फाइनेंसियल मार्केट का एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्तम्भ है I यह वित्तीय बाजार को निष्पक्ष, अनुशासित और पारदर्शी बनाये रखता है I सेबी के चलते यही भारतीय वित्तीय बाजार में निवेशकों का विश्वास कायम रहता है, जो की इसके बिना संभव नहीं है I सेबी भारत के वित्तीय बाजारों के विकाश में महत्वपूर्ण योगदान देता है I इसने भारतीय निवेशकों को स्वस्थ और सुरक्षित निवेश की सुविधा प्रदान की है I

आज सेबी भारतीय वित्तीय बाजारों को सही दिशा दिखा रही है I इसका लक्ष्य न केवल वित्तीय बाजारों को नियंत्रित करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है की ये वित्तीय बाजार भारत की अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए I

मै आशा करता हु की इस लेख में दी गयी जानकारी से आपको ये जानने में सहायता मिली होगी की sebi kya hai? शेयर मार्केट और ट्रेडिंग से जुडी इसी प्रकार की और भी ज्ञानवर्धक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे ब्लॉग wealtpre को सब्सक्राइब करे I

Ι अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ’s)

SEBI क्या है?

SEBI जिसका पूरा नाम (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया) है I यह एक संस्था है जिसका मुख्य काम शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड्स जैसे वित्तीय बाजारों को नियंत्रित और विनियमित करना है I इसके पीछे इसका उद्देश्य निवेशकों की सुरक्षा और बाजार में पारदर्शिता को बनाये रखना है I

SEBI का फुल फॉर्म क्या होता है?

SEBI का फुल फॉर्म ( सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया ) है I जो की भारत के वित्तीय बाजारों की निगरानी रखती है और उनके सुरक्षा पर ध्यान देती है I

सेबी कैसी धोखाधड़ी पर कार्रवाई करता है?

SEBI वित्तीय बाजारों में होने वाली विभिन्न प्रकार की धोखाधड़ी पर कार्रवाई करता है, जैसे: इनसाइडर ट्रेडिंग मनी लॉन्ड्रिंग फर्जी IPO वित्तीय रिपोर्टिंग में गड़बड़ी

SEBI में शिकायत कैसे दर्ज कर सकते हैं?

निवेशक अपनी शिकायतें SEBI की ऑनलाइन शिकायत निवारण प्रणाली (SCORES) के माध्यम से दर्ज कर सकते हैं। इसके जरिए कोई भी निवेशक अपने मुद्दे को SEBI के ध्यान में ला सकता है और उसकी निगरानी में उचित कार्रवाई करवाई जा सकती है।

 

 

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